मोदी सरकार का सही कदम, Right decision of Narendra Modi government
काले धन के खिलाफ लड़ाई की बातें पिछले कई वर्षों से चलती आ रही है परन्तु किसी भी सरकार ने ईमानदारी के साथ कोई विशेष कदम नहीं उठाया।
कल रात प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने जब राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पाँच सौ और एक हजार के नोट तुरंत प्रभाव से बंद करने की घोषणा की तब मुझे पहली बार प्रधानमत्री काले धन के खिलाफ लड़ने के लिए कृतसंकल्प दिखाई दिए।
जिनके पास भी काला धन नकदी के रूप में मौजूद है उन सभी के होश एकदम से गुम होने लग गए हैं। जैसे ही पाँच सौ और एक हजार के नोट बंद होने की खबर लोगों तक पहुँची, चारों तरफ अफरातफरी का सा माहौल बनता दिखाई दिया।
हर कोई अपने पास रखे हुए इन नोटों से तुरंत निजात पाना चाह रहा था जबकी प्रधानमंत्री ने साफ-साफ कहा था कि ये नोट तीस दिसम्बर तक किसी भी बैंक और डाकघर में बदले जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री का काले धन के खिलाफ यह कदम बहुत सराहनीय है क्योंकि इससे काला धन रखनें वालों के खिलाफ लड़ाई की शुरुआत तो हुई। जब आगाज अच्छा होता है तो उसका अंजाम उससे भी ज्यादा अच्छा होता है।
Decision on black money
एक हजार के नोट १९७८ में भी बंद हुए थे जब मोरारजी देसाई देश के प्रधानमन्त्री थे परन्तु उस वक्त उसका ज्यादा फायदा नहीं हो पाया। हमें वर्तमान प्रधानमन्त्री से काले धन के खिलाफ लड़ाई अंजाम तक ले जाने का पूर्ण भरोसा है और यह भरोसा टूटने नहीं पाए, ऐसी ही उम्मीद करते हैं।
पाँच सौ और एक हजार के नोट जल्द ही पुनः नए रूप रंग में शुरू होंगे तथा इसके साथ दो हजार के नोट भी प्रचलन में आयेंगे।
बताया जा रहा है कि ये नोट आधुनिकतम तकनीक से डिजाईन किये हुए होंगे तथा इनमे चिप भी लगी होगी जिसकी वजह से इनको आसानी से पहचाना और पता किया जा सकता है।
आम जनता को भी पूर्ण संयम बरतकर काले धन के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार का बढ़ चढ़ कर साथ देना चाहिए। जनता को अफरातफरी के माहौल से दूर रहकर कुछ दिनों तक इस स्थिति का सामना करना चाहिए।
प्रधानमंत्री के अनुसार इस तरह का योगदान भी एक प्रकार की देशभक्ति ही है। प्रधानमंत्री के इस कदम से अब विदेशों में जमा काले धन के भारत में आने की उम्मीद भी काफी बढ़ गई है।
काले धन के खिलाफ इसी तरह की सख्ती रही तो वह दिन दूर नहीं जब कोई भी भारतीय देश और विदेश में काला धन रखने के बारे में सोचते हुए भी घबराएगा।
भारत सरकार को नकद लेनदेन को हतोत्साहित कर अधिक से अधिक इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन को प्रोत्साहित करना होगा ताकि पैसे के लेनदेन की पूर्ण जानकारी सरकार के पास हो।
प्रधानमन्त्री काले धन के खिलाफ इस अनूठी सर्जिकल स्ट्राइक के लिए बहुत-बहुत बधाई के पात्र है तथा हम उम्मीद कर सकते हैं कि यह लड़ाई अनवरत रूप से चलती रहेगी।
Written By
Ramesh Sharma (M Pharm, MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA, CHMS)
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