कहाँ है औरंगजेब द्वारा तुड़वाया गया श्याम मंदिर? - Kahan Hai Aurangjeb Dwara Tudwaya Gaya Shyam Mandir?, इसमें प्राचीन खाटू श्याम मंदिर की जानकारी है।
क्या आपको पता है कि मुगल बादशाह औरंगजेब ने खाटू में श्याम बाबा के मूल मंदिर को तुड़वाकर उसकी जगह एक मस्जिद बनवा दी थी?
क्या आप ये भी जानते हैं कि अब आप जिस श्याम मंदिर में श्याम बाबा के दर्शन के लिए जाते हैं उसे औरंगजेब की मौत के बाद बनाया गया था?
आज हम आपको श्याम बाबा के मंदिर से संबंधित एक महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं जिसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है।
महाभारत युद्ध के हजारों वर्षों बाद बर्बरीक का शीश एक नदी में बहता हुआ खाटू में आ कर एक टीले के नीचे दब गया जिसे यहाँ के चौहान राजा ने इसके प्रकट होने वाली जगह यानी वर्तमान श्याम कुंड से थोड़ी दूरी पर एक मंदिर में स्थापित करवाया।
See also in English Where is the Shyam temple demolished by Aurangzeb?
आज के समय ज्यादातर लोगों को तो खाटू में श्याम बाबा के मूल मंदिर के बारे में पता ही नहीं है।
खाटू श्याम जी के मूल मंदिर के बारे में पंडित झाबरमल्ल शर्मा की किताब खाटू श्यामजी का इतिहास में पेज नंबर 40 और 49 पर बताया गया है कि राजा ने श्याम कुंड से मूर्ति को निकलवाकर बाजार में एक प्राचीन मंदिर में स्थापित करवाया। उस समय इस मंदिर की परिक्रमा में एक शिवालय आता था जो आज भी मौजूद है।
मुगल काल में बादशाह औरंगजेब ने श्याम बाबा के इस प्राचीन मंदिर को तुड़वाकर इसकी जगह एक मस्जिद बनवा दी। आप आज भी श्याम मंदिर की जगह बनी इस मस्जिद के पास उस प्राचीन शिवालय को देख सकते है।
औरंगजेब की मृत्यु के बाद 1720 ईस्वी में जोधपुर के शासक अभय सिंह ने श्याम बाबा के नए मंदिर की शुरुआत कराई और मंदिर का निर्माण पूर्ण हो जाने पर बाबा श्याम के शीश को उस मंदिर में स्थापित करवाया।
आज हम खाटू में श्याम बाबा के दर्शन के लिए जिस मंदिर में जाते हैं वो श्याम बाबा का मूल मंदिर ना होकर जोधपुर के शासक अभय सिंह द्वारा बनवाया गया दूसरा मंदिर है।
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डिस्क्लेमर (Disclaimer)
इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। इस जानकारी को विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से लिया गया है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।